भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की लगभग सत्तर परसेंट से अधिक आबादी कृषि पर आधारित है। लेकिन पिछ्ले कई सालों से इस बात की पुष्टि हो रही है कि धीरे-धीरे नई पीढ़ी अब खेती के तरफ ध्यान नहीं देते हुए अच्छी पढाई-लिखाई के वातावरण में ढल रहे हैं। इन सभी बातों के अलावा आज के समय में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो नौकरी छोड़ किसानी करना पसंद करते हैं।
आज हम बात करेंगे एक ऐसे ही शख्स के बारे में, जिसने मल्टी नेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ कृषि के क्षेत्र में अपना कदम रखा है तथा खेती हीं करके लाखों का फायदे कमा रहे हैं ।
तो आइए जानते हैं उस शख्स से जुड़ी सभी जानकारियां:-
कौन है वह शख्स?
हम बात कर रहे हैं अरविन्द साय (Arvind Sai) के बारे में, जो कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड के छोटे से गांव सिरिमकेला के रहने वाले हैं। अपनी प्रारंम्भिक पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एमबीए किया, इसके बाद उन्होनें नौकरी की तलाश की। कुछ समय बाद उनकी नौकरी पुणे में एक मल्टी नेशनल कंपनी में लग गई लेकिन नौकरी में उनका मन नहीं लगा, जिसके कारण वे अपनी लाखों की पैकेज वाली नौकरी छोड़ कर वापस घर लौट आएं।

कुछ अलग करने का आया ख्याल
मल्टी नेशनल कंपनी में लाखों रूपये की पैकेज वाली नौकरी छोड़ वापस घर लौटकर रविन्द साय (Arvind Sai) ने कुछ नया करने का मन बनाया। इसके लिए उनके मन में अक्सर अलग-अलग ख्याल आया करता था। एक समय उन्होंने अपने पिता के खेती-बारी को अपनाने का मन बनाया। उन्हें ऐसा लगा की क्यूँ न पिता के साथ हीं कृषि के क्षेत्र में अपनी योगदान दे और मुनाफा कमाए।
पिता के साथ शुरु की खेती
उनके (Arvind Sai) पिता पारंपरिक तरीके से खेती-किसानी करते थे। लेकिन अरविंद ने इसके तौर-तरीके बदल दिए। उन्होंने अपने खेतो पर किसानी शुरू की, जिसमे उन्होंने सभी प्रकार की फसलों का प्रयोग किया और उसके बाद उन्हें समझ में आया की सब्जी कि अगर सब्जी खेती की जाए तो इसमें ज्यादा लाभ मिलेगा तब से वह खेती करने लगे।

मक्के और अरहर से हो रहा मुनाफा
अरविंद साय (Arvind Sai) के अनुसार मक्के तथा मुनाफा में काफी अच्छी कमाई है। वह किसानों को मक्का और अरहर की खेती के लिए जागरूक कर रहे है ताकि किसान भाई मक्का व अरहर की खेती में ज्यादा ध्यान दे। इसका असर भी नजर आ रहा है, पिछले साल मक्का की बोनी 651 हेक्टेयर और अरहर की 2369 हेक्टेयर थी ! लेकिन इस साल मक्का की खेती 1721 हेक्टेयर और अरहर की खेती 4069 हेक्टेयर की भूमि पर इन दोनों की बुवाई की गई।
अच्छी है आमदनी
जैसे हीं अरविंद (Arvind Sai) ने मक्के तथा अरहर की खेती प्रारंभ कर दी तो उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हुई और उन्होंने करीब 3 वर्षों में लगभग 1.50 करोड़ रुपए कमाएं। जॉब छोड़ गांव का फैसला उनका विफल नहीं हुआ तथा उन्होंने यह साबित कर दिया है कि खेती के माध्यम से भी अच्छी कमाई की जा सकती है।
Üstelik Çin’deki erkeklerin sayısı kadınlarınkinden 32 milyon fazlayken. Yani nasıl oluyor da
bunca “artık” erkek varken bu kadar kadın.
Today 07:30 PornDr brunette, milf, french, orgy, amateur; 7 months ago 15:00
Amateur8 mom, french; 1 year ago 28:02 FreePorn8 french; 2 years ago VipTube french; 3 weeks ago 15:
08 VideoSection french, spy, chubby, milf, blonde;
1 week ago 05:32 RunPorn bbw, casting, french, gangbang, amateur; 5 months ago 06:14 ShemaleMovie french.
I like this web site because so much useful stuff on here : D.
I am very impressed with your writing baccaratcommunity I couldn’t think of this, but it’s amazing! I wrote several posts similar to this one, but please come and see!