अगर आधुनिक खेती की बात करे तो मशरूम की खेती (Mushroom cultivation) ने आजकल कृषि के क्षेत्र में एक अलग ही स्थान बना रखा है। पहले तो बहुत कम ही लोग मशरूम की खेती के बारे में जानते थे। लेकिन मशरूम की खेती अब जैसे-जैसे किसानों के लिए फायदे का सौदा बन रही है वैसे ही इसका प्रचलन भी बढ़ रहा है। हमलोगो ने ऐसा महसूस किया है की आजकल मशरूम के खेती के प्रति किसानों का रुझान लगातार बढ़ता जा रहा है। करीब पांच साल से किसानों में मशरूम की खेती तेजी से लोकप्रिय हुई है। किसानों की कड़ी मेहनत तथा अच्छे भाव मिलने के कारण मशरूम की खेती फायदे का सौदा साबित होने लगी। शुरुआत में मशरूम की खेती करने वाले किसानो की आर्थिक स्थिति में आए सुधार को देखते हुए भारी संख्या में किसानों ने इसे अपना लिया।
आइए जानते हैं मशरूम की खेती (Mushroom cultivation) से जुड़ी सभी जानकारीयां।
कैसे करते हैं खेती?
मशरूम के बीज को स्पॉन कहते हैं। मशरूम का अच्छा उत्पादन चाहिए तो बीज हमेशा सही लेना चाहिए। अच्छे बीज का मतलब है अच्छा उत्पादन। बीज ज्यादा पुराना भी नहीं होना चाहिए, नहीं तो इसका उत्पादन घट सकता है। मशरूम कंपोस्ट खाद पर उगाया जाता है। मशरूम का बीज कंपोस्ट खाद के दो से ढाई प्रतिशत की मात्रा में लेना चाहिए। कंपोस्ट को या तो जमीन पर बिखेर दें या पेटी में भी रख सकते है। खाद पर मशरूम का बीज छिड़क दें। उसके ऊपर भी खाद की एक परत चढ़ा दें। लोग बीज के ऊपर मिट्टी की परत भी चढ़ाते हैं। एक क्विंटल कंपोस्ट में डेढ़ किलो तक बीज लगते हैं। मिट्टी की परत या खाद की परत चढ़ाने के 15-20 बाद मशरूम का अंकुरण शुरू होने लगता है। अंकुरण को घुंडी कहते हैं। घुंडियों के बढ़ने का इंतजार करें। जब तोड़ने लायक दिखने लगे तो मशरूम को घुमाकर या चाकू से काटें। मशरूम एक प्रकार का कवक या फफूंद है, इसलिए जल्दी खराब होने की आशंका होती है। इसकी फसल निकालने के बाद इसे जल्द से जल्द बेचने पर ध्यान लगाना चाहिए नहीं तो इसके सड़ जाने का डर होता है। तीन प्रकार के मशरूम में बटन मशरूम सबसे ज्यादा लोकप्रिय है और उसकी मांग भी ज्यादा है। ―All information related to mushroom cultivation.
किस सीजन में करे मशरूम की खेती?
उत्तरी भारत में सफेद बटन मशरुम की मौसमी खेती करने के लिए अक्तूबर से मार्च तक का समय उपयुक्त माना जाता है। इस दौरान मशरूम की दो फसलें ली जा सकती हैं। बटन मशरूम की खेती के लिए अनुकूल तापमान 15-22 डिग्री सेंटीग्रेट एवं सापेक्षित आद्रता 80-90 प्रतिशत होनी चाहिए।
आठ से दश गुना तक है मुनाफा
मशरूम की खेती में आपको लागत का 8-10 गुना तक मुनाफा मिल सकता है। यानी आप 1 लाख लगाकर 8-10 लाख रुपये कमा सकते हैं। आपका ये फायदा और भी अधिक हो सकता है अगर आप सीधे बड़े होटलों, रेस्टोरेंट या सीधे ग्राहकों को बेचते हैं। ऐसे में थोक व्यापारी जो मार्जिन लेता है, वह भी आपके हिस्से में ही आएगा। प्रति किलो मशरूम पर करीब 25-30 रुपये का खर्च आता है, जबकि यही मशरूम बाजार में 250 से 300 रुपये किलो बिकते हैं। अगर आप सीधे बड़े होटलों या रेस्टोरेंट को उनकी पसंद के हिसाब से मशरूम की सप्लाई करते हैं तो वहां से आपको इनकी कीमत 500 रुपये प्रति किलो तक भी मिल सकती है। ―All information related to mushroom cultivation.
मशरूम की खेती का लाभ [ Benefits of mushroom cultivation ]
मशरूम की खेती से बहुत सारे फायदे हैं। इससे होने वाले फायदे निम्नलिखित है-
1. इसमे कम लागत मे अधिक लाभ ले सकते है |
2. इसमे ज्यादा जमीन की भी नहीं जरूरत नहीं होती है |
3. इसकी खेती आप झोपङी या कमरे मे भी कर सकते है |
4. इसकी खेती के लिए आप खेती-बाड़ी के कृषि अवशेषों का प्रयोग कर सकते है |
Ücretsiz Oral, Tüylü, Minyon, Kız kıza,
Vajina sürtme, Zayıf, Yüksek çözünürlük,
Baba kız, Genç, Oralseks porno filmleri de kontrol etmeye hazır olun! İyi eğlenceler!
Her saat yeni ve sıcak Sıska kızlar XXX video eklendi. Günlük güncelleme sistemimiz sayesinde her saat yeni ve
sıcak Sıska kızlar XXX video ekleniyor.
Pretty section of content. I just stumbled upon your web site and in accession capital to assert that I get in fact enjoyed account your blog posts. Anyway I’ll be subscribing to your augment and even I achievement you access consistently fast.
I saw your article well. You seem to enjoy casinocommunity for some reason. We can help you enjoy more fun. Welcome anytime 🙂